KRISHNA

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Pathalgaon

Friday, January 19, 2024

शंकराचार्य

 सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अनुसार अक्टूबर 2022 से स्वामी अविमुक्श्वेरानंद  के शंकराचार्य उपाधि धारण करने पर रोक चल रही है ।

Saturday, October 24, 2015

महाजाल पर सुरेश चिपलूनकर (Suresh Chiplunkar): Why Ganesh Devy Returned Sahitya Akademi Award

महाजाल पर सुरेश चिपलूनकर (Suresh Chiplunkar): Why Ganesh Devy Returned Sahitya Akademi Award: प्रोफ़ेसर गणेश देवी ने साहित्य अकादमी सम्मान क्यों लौटाया??   आजकल देश के साहित्यकारों-लेखकों में सम्मान-पुरस्कार लौटाने की होड़ बची हुई ...

Tuesday, June 12, 2012

Thursday, June 7, 2012

जब मुलायम सिंह अपनी बहू को चुनावों में खड़ा करते हैं तो हमें उनका वो बयान याद आता है....


जिसमे उन्होंने कहा था की अगर "महिला विधेयक बिल पास हो गया तो संसद में ऐसी ऐसी औरतें आएँगी जिन्हें देख के लोग सीटियाँ बजायेंगे..."

... दोगली मानसिकता का इससे बड़ा उदाहरण और क्या होगा ?



अब मुलायम सिंह यादव की बहू को देखकर सांसद सीटिया बजायेगे तब क्या हो होगा ??????

anubhav

anubhav

Friday, May 25, 2012

आकाशात् पतितं तोयं यथा गच्छति सागरम् सर्वदेवनमस्कार: केशवं प्रति गच्छति ।।
 
अर्थ : जिस प्रकार आकाशसे गिरा जल विविध नदियों के माध्यम से अंतिमत: सागर से जा मिलता है उसी प्रकार सभी देवताओंके लिए किया हुआ नमन एक ही परमेश्वरको प्राप्त होता है ।
 
शैले शैले न माणिक्यं मौक्तिकं न गजे गजे साधवो न हि सर्वत्र चन्दनं न वने वने ।।
अर्थ : हर एक पर्वतपर माणिक नहीं होते, हर एक हाथी में (उसके गंडस्थलमें ) मोती नहीं मिलते साधु सर्वत्र नहीं होते । हर एक वनमें चंदन नहीं होता दुनियामें अच्छी चीजें अधिक मात्रामें नहीं मिलती ।
 

गडकरी का नारा : कांग्रेस इज प्रॉब्लम, बीजेपी इज सोल्यूशन...

भाजपा कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने नए सिरे से पार्टी के काडर और नेताओं में जोश भरने की कोशिश की। गडकरी का अध्यक्षीय भाषण आगामी लोकसभा चुनाव के इर्दगिर्द था। उन्होंने कहा कई कारणों से हम लक्ष्य तक पहुंचते-पहुंचते रह जाते हैं, लेकिन अगले आम चुनावों में हमें अपनी कमियों पर फतह पाते हुए जीत का परचम लहराना है। उन्होंने कहा कि महंगाई और भ्रष्टाचार के कारण यूपीए सरकार की विदाई खुद-ब-खुद होगी। ऐसे में देश को एक सशक्त सरकार देने का काम हमें करना होगा। गडकरी ने जुमला उछाला कि कांग्रेस इज प्रॉब्लम, बीजेपी इज सोल्यूशन...।

गडकरी ने वाजपेयी सरकार को याद करते हुए नेताओं में उत्साह भरने का भरसक प्रयास किया। उन्होंने कहा, यूपीए सरकार की तुलना अब एनडीए से हो रही है। देश के लोग मान रहे हैं कि एनडीए के शासन में हमने बेहतर सरकार दी थी। गडकरी ने नारा दिया, कांग्रेस इज प्रॉब्लम, बीजेपी इज सोल्यूशन...।

राष्ट्रपति पद पर खबरदार किया : कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए गडकरी ने कहा, कांग्रेस के महत्वपूर्ण पदों पर काबिज होने का पैमाना होता है एक परिवार के प्रति समर्पण। बिना गांधी परिवार का नाम लिए उन्होंने कहा, राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी कांग्रेस की ऐसी ही सोच है कि परिवार के प्रति समर्पित व्यक्ति को ही इस सर्वोच्च पद पर बिठाया जाए। इससे सावधान करते हुए कांग्रेस विरोधी दलों को एकजुट कर किसी एक नाम पर एकराय बनाने की कोशिश की जाएगी ताकि राष्ट्रपति पद की गरिमा को कायम रखा जा सके।

पार्टी ने की खेत-खलिहान की बात : महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और बुंदेलखंड के एक हिस्से में अप्रत्याशित सूखे के कारण कार्यसमिति की बैठक में किसान और उससे जुड़ी समस्याओं पर चर्चा हुई। सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सलाह दिया गया कि पश्चिम आधारित विकास का मॉडल छोड़कर केंद्र सरकार को कृषि आधारित विकास का मॉडल बनाना चाहिए ताकि देश का पेट भरने वाले किसान भी बेहतर जिंदगी बसर कर सकें।

कृषि मॉडल को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पेश किया जिसे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने समर्थन दिया। किसानों की फसल सब्सिडी को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया ताकि किसान खेती से जुड़े आधुनिक मशीनों की खरीदी भी कर सकें। इससे किसानों की लागत पर होने वाले कुल खर्च का 25 फीसदी कम किया जा सकेगा। चौहान और गौड़ा ने कहा कि कृषि नीति पुनर्विचार का समय आ गया है।